दोस्ती कविता
Friday, 12 July 2013
हिंदी शायरी फोटो
हर
दुआ
मे जैसे एक फरियाद छिपी हो
तन्हाई मे किसी के साथ छिपी हो
लम्हो मे किसी की याद छिपी हो
इस खामोशी मे जैसे कोई बात छिपी हो
Friday, 19 April 2013
दोस्ती जब किसी से की जाए
ऐ दोस्त तेरी दोस्ती पर नाज़ हैं,
हर वक्त मिलने की फरीयाद करते हैं,
हमें नहीं पता घर वाले बताते हैं,
हम निंद में भी आपसे बात करते हैं
सची है दोस्ती
Aye dost teri
dosti
per naaz karte hain
har waqt milne ki faryad karte hain
humein nahin pata ghar wale bataate hain
hum neend mein bhi aap se baat karte hain..
दोस्तों की शायरी
दोस्तों की कमी को पहचानते है हम,
दुनियाँ के गमों को भी जानते है हम,
आप जैसे
दोस्तों
के ही सहारे..
आज भी हँस कर जीना जानते है हम..
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